Wednesday, December 26, 2012

.•♥•..छाप तिलक सब छीनी रे .•♥•.



▬..░.░.░.░.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•...▬..░.░.░.░
.▬.░.(¯`∨´¯)░•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.▬.(¯`∨´¯)░
▬░░(¯`(s)´¯).░॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.▬░░(¯`(s)´¯).░
.▬.░`(_.∧._).░.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.░`(_.∧._).░
.▬..░.░.░.░░.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•....░.░.░.░░
.•♥•..छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइके.•♥•..
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..प्रेम भटी का मदवा पिलाइके.•♥•..
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..मतवारी कर लीन्ही रे मोसे नैना मिलाइके.•♥•..
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..गोरी गोरी बईयाँ, हरी हरी चूड़ियाँ.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..बईयाँ पकड़ धर लीन्ही रे मोसे नैना मिलाइके.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..बल बल जाऊं मैं तोरे रंग रजवा.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..अपनी सी रंग दीन्ही रे मोसे नैना मिलाइके.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..खुसरो निजाम के बल बल जाए.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..मोहे सुहागन कीन्ही रे मोसे नैना मिलाइके.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
.•♥•..छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइके.•♥•.
.•♥•. ░═.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.═░.•♥•.
▬..░.░.░.░.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•...▬..░.░.░.░
.▬.░.(¯`∨´¯)░•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.▬.(¯`∨´¯)░
▬░░(¯`(s)´¯).░॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.▬░░(¯`(s)´¯).░
.▬.░`(_.∧._).░.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•.░`(_.∧._).░
.▬..░.░.░.░░.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्:॥.•♥•....░.░.░.░░





Sunday, August 19, 2012

.•♥•.भये प्रगट गोपाला!!.•♥•.



…(\_/)..¨..๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑…(\_/)..¨..๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑
… ( . .) `*.๑.๑▬๑۩۩๑▬๑.๑..( . .) `*.๑.๑▬๑۩۩๑▬๑.๑
…̴̡ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑…̴̡ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑
…(\_/)..¨॥भये प्रगट गोपाला दीन दयाला यसुमती के हितकारी॥.•♥•.
 ( . .) ..हर्षित महतारी रूप निहारी मोहन मदन मुरारी॥…(\_/)..
..ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡कंसासुर जाना मन अनुमाना पूतना बेग पठाई॥… ( . .) ..
…(\_/)..¨तेहि हर्षित धाई मन मुस्काई गयी जहाँ यदुराई॥..ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
… ( . .) ..सोई जाई उठायी ह्रदय लगाई पयघर मुख महँ दीन्हा॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
..ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡तब कृष्ण कन्हाई मन मुस्काई प्राण तास हरि लीन्हा॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡ 
…(\_/)..¨जब इन्द्र रिसाये मेघ बुलाये बस कर ताहि मुरारी॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡
͌l̡*̡̡
.… ( . .) गौअन हितकारी सुर मुनि सुखकारी नख पर गिरवर धारी॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
..ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡कंसासुर मारो अति हंकारी वत्सासुर संहारी॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
…(\_/)..¨बकासुर आयो बहुत डरायो ताको बदन बिदारी॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
… ( . .) तेहि दीन जान प्रभु चक्रपाणि ताहिदीनो है निज लोका॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
..ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡ब्रम्हा सुर आयो बहु सुख पायो, बिगत भयो सबशोका॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
…(\_/).......¨यह छंद अनूपा है रस रूपा, जो नर याको गावैं॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
… ( . .) तेहि सम नहिं कोई, त्रिभुवन सोई मनवाँछित फल पावैं॥.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡▬॥ दोहा ॥▬ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡नन्द यशोदा तप कियो, मोहन से मन लाय॥ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡देखो चाहत बाल सुख, रही कछुक दिन जाय॥ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡जो नक्षत्र मोहन भये, सो नक्षत्र, पर आय॥ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡चारू बँधाये रीतिसब, करन यशोदा माय॥ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡.•♥•. ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡
…(\_/)..¨..๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑…(\_/)..¨..๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑
… ( . .) `*.๑.๑▬๑۩۩๑▬๑.๑..( . .) `*.๑.๑▬๑۩۩๑▬๑.๑
…̴̡ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑…̴̡ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡๑▬ஜ۩۞۩ஜ▬๑

…(\_/)..¨॥श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवाय॥
… ( . .) `*.¸.(♥)╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.
…̴̡ı̴̡c(”)(”)̡ ̴̡ı̴̡ ̡͌l̡*̡̡ ̴̡ ..•╬♥═╬▬.•♥•.♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.




Sunday, August 5, 2012

╭♥.•♥•.॥गिरधर मेरे मौसम आया॥.•♥•.╭♥


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╭♥ .•♥•.॥गिरधर मेरे मौसम आया धरती के श्रृंगार का॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥डाल-डाल पर लग गये झूले बरसे रंग बहार का॥.•♥•.╭♥
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╭♥.•♥•.॥उमड़-घुमड़ काली घटाए शोर मचाती है॥.•♥•.╭♥

╭♥ .•♥•.॥स्वागत में तेरे साँवरा जल बरसाती है॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥कोयलियाँ कूकती मयूरी झूमती॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥तुम्हारे बिन मुझको मोहन बहारे फीकी लगती है॥.•♥•.╭♥

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╭♥ .•♥•.॥गावल बाल संग गोपिया श्री राधे आई॥.•♥•.╭♥

╭♥ .•♥•.॥आज कहो तुम्हे कौन सी कुब्जा भरमाई॥.•♥•.╭♥ 
╭♥.•♥•.॥तुम्हारी रहा में मिलन की चाह में॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥बिछाये पलके बैठे है तुम्हारी याद सताती है॥.•♥•.╭♥

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╭♥ .•♥•.॥श्री राधे के संग में झूलो जी मोहन॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥छेड रसीली बांसुरी शीतल हो तन मन॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥बजी जब बांसुरी खिले मन की डली॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥मगन नन्दू सारी सखिया तुम्हे झुला झुलाती है॥.•♥•.╭♥
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╭♥ .•♥•.॥गिरधर मेरे मौसम आया धरती के श्रृंगार का॥.•♥•.╭♥
╭♥ .•♥•.॥डाल-डाल पर लग गये झूले, बरसे रंग बहार का॥.•♥•.╭♥
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.............`•.¸.•´ ♥ •.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.....`•.¸.•´
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.............`•.¸.•´ ♥ •.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.....`•.¸.•´


Tuesday, March 27, 2012

.•♥•..दीनानाथ दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ.•♥•.


╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬

..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.

..•♥•.⋰·║█दीनानाथ दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█अपनी करुणा बरसा दो प्रभु, मैं खाली झोली लाया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█हे दयानिधि, हे करुणासिंधु, निज भक्तन का प्रतिपाल है तू█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█तेरे द्वार से खाली क्यूँ जाऊं, अपने को अकेला क्यूँ पाऊं█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█कल तुझमे ही समा जाऊंगा, मैं आज जो तुझसे बिछड़ा हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█दीनानाथ, दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█अपनी करुणा बरसा दो प्रभु, मैं खाली झोली लाया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█मैं योग ना जानू, न जप जानूं, पूजा पाठ ना जानू न विधि जानू█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█मैं लोक न जानू न जग जानू, तुमको अपना सब कुछ मानू█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█मुझे अपने शरण में ले लो प्रभु, इस दुनिया का ठुकराया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█दीनानाथ दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█अपनी करुणा बरसा दो प्रभु, मैं खाली झोली लाया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬

Thursday, March 22, 2012

..•♥•.॥कृष्णप्रेममयी राधा॥.•♥•.


╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬ 

॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णप्रेममयी राधा राधाप्रेममयो हरिः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
श्रीराधारानी, भगवान श्रीकृष्ण में रमण करती हैं और भगवान श्रीकृष्ण, श्रीराधारानी में रमण करते हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
  ╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णस्य द्रविणं राधा राधायाः द्रविणं हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
भगवान श्रीकृष्ण की पूर्ण-सम्पदा श्रीराधारानी हैं और श्रीराधारानी का पूर्ण-धन श्रीकृष्ण हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णप्राणमयी राधा राधाप्राणमयो हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
भगवान श्रीकृष्ण के प्राण श्रीराधारानी के हृदय में बसते हैं और श्रीराधारानी के प्राण भगवान श्री कृष्ण के हृदय में बसते हैं ,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬



॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णद्रवामयी राधा राधाद्रवामयो हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
भगवान श्रीकृष्ण के नाम से श्रीराधारानी प्रसन्न होती हैं और श्रीराधारानी के नाम से भगवान श्रीकृष्ण आनन्दित होते है, इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्ण गेहे स्थिता राधा राधा गेहे स्थितो हरिः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
श्रीराधारानी भगवान श्रीकृष्ण के शरीर में रहती हैं और भगवान श्रीकृष्ण श्रीराधारानी के शरीर में रहते हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णचित्तस्थिता राधा राधाचित्स्थितो हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
श्रीराधारानी के मन में भगवान श्रीकृष्ण विराजते हैं और भगवान श्रीकृष्ण के मन में श्रीराधारानी विराजती हैं, इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥नीलाम्बरा धरा राधा पीताम्बरो धरो हरिः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
 श्रीराधारानी नीलवर्ण के वस्त्र धारण करती हैं और भगवान श्रीकृष्णपीतवर्ण के वस्त्र धारण करते हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥वृन्दावनेश्वरी राधा कृष्णो वृन्दावनेश्वरः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
 श्रीराधारानी वृन्दावन की स्वामिनी हैं और भगवान श्रीकृष्ण वृन्दावन के स्वामी हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


▬▬▬▬▬▬ ۞.•♥•▬▬.•♥•.श्री राधे..•♥•..▬▬.•♥•.۞.▬▬▬▬▬
▬▬▬▬▬▬ ۞.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.۞.▬▬▬▬▬▬

╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
(¯`•´¯).•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. (¯`•´¯)
.`•.,.• ..•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•....`•.,.•
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
●══════◄.•♥•.श्री राधे !!.,•♥•,►══════●
(¯`•´¯).•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. (¯`•´¯)
.`•.,.• ..•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•....`•.,.•
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬

Sunday, March 18, 2012

.•♥•.रोज़ रोज़ लिख के पातीमै तुझको भेजती हु श्याम..•♥•.

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╭♥╯╭♥╯.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯. 
....•♥•.═══.•♥•.लिखू तो क्या लिखू घनश्याम?....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.
.......क्या तुम नही जानते.....•♥•.═══.•♥•.(¯`∨´¯)✿░
.•♥•.═══.•♥•.क्या हैं तेरे भक्तो के दिल का हाल.•♥•.═══.•♥•.░(¯`(❁)´¯)◕
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.रोज़ रोज़ लिख के पाती....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.मै तुझको भेजती हु श्याम....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.कि तेरे भक्तो के दिल के रास्ते....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.पहुँच जाएगा मेरा पैगाम तेरे पास....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.फिर आके सुध लेगा तू हमारी ....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.देगा दर्शन तू घनश्याम....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.पर तू क्यों न देता हैं कोई जवाब....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.क्या मैं दिल से तुझे पुकार नही पायी....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.या हैं कोई और बात!....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.शायद मुझे ही तुझे बुलाना नही आता....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.तो इक विनती कर मेरी तू स्वीकार....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.आके मुझको तू सिखाजा....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.कि कैसे बुलाते हैं तुझको....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.यह आकर मुझको बतला जा.......•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
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╭♥╯╭♥╯.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯.
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╭♥╯╭♥╯.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯
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♥╯╭♥.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯
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♥╯╭♥╯╭♥╯.•♥•.श्री राधे !!.•♥•, ╭♥╯╭♥╯╭♥╯