Wednesday, April 3, 2013

▬۞▬.•♥•.॥हाथ पकड़ मत छोड़ना॥.•♥•.▬۞▬



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♥::::::♥▬▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬♥::::::♥
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♥::::::♥▬▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬♥::::::♥
♥::::::♥▬▬▬.•♥•.॥तेरे हाथो सोप दी जिसने जीवन डोर॥.•♥•.▬▬۞▬▬
♥::::::♥▬▬▬.•♥•.॥कभी बिगडती न सुनी उसकी नन्द किशोर ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥ब्रिज राज से नाता जुडा जब है॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥जग की क्या परवाह करे॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥बस याद में आपकी रोते रहे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥पलकों पे अश्रु प्रव्हा करे॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥जितनी आप दूर रहे हमसे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥उतनी हम आपकी याद करे॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥सुख अद्भुत प्रेम की पीर में है॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हम आह करे आप वहा करे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥प्रभु जी!! हरी जी!! प्रभु जी!! ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥मोरी लागी लगन मत तोडना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥लागी लगन मत तोडना ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥खेती बोआई मैंने तेरे नाम की,॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥मेरे भरोसे मत छोडना ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हरि जी मेरी लागी लगन मत तोडना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥जल है गहरा, नाव पुरानी,॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥बीच भवर मत छोडना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हरि जी मेरी लागी लगन मत तोडना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥तू ही मेरा सेठ है,तू ही साहूकार है॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥ब्याज पे ब्याज मत जोड़ना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हरि जी मेरी लागी लगन मत तोडना॥.•♥•.▬▬۞▬▬

▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥दासी की विनती सुन लीजो ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हाथ पकड़ मत छोड़ना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हरि जी मेरी लागी लगन मत तोडना॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥वो पावे क्या रस का चस्का॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥नहीं कृष्णा सो प्रीत लगायेगा जो ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हरे कृष्णा उसे समझेगा वही॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥रसिको के समाज में जायेगा जो ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥ब्रिज भूमि लपेट कलेवर में॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥गुडगान किशोरी के गए गा जो ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हसता हुआ श्याम मिलेगा उसे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥निज प्राणों की भेट चढ़ाएगा जो ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥गोविद राधे गोपाल राधे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥वो और की आस करे न करे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥जिसे आश्रय श्री हरी नाम का है ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥उसे स्वर्ग से मित्र प्रयोजन क्या ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥निज वासी जो गोकुल धाम का है॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥सब सार्थक जन्म उसी का सुनो ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥हरी कृष्ण जो चाकर श्याम का है॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥बिना कृष्ण का प्रेम किया जग में ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥ये जीवन ही किस काम का है॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥गोविद राधे गोपाल राधे ॥.•♥•.▬▬۞▬▬
▬▬۞▬▬.•♥•.॥श्री कृष्ण: शरणम् मम:॥.•♥•.▬▬۞▬▬
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