Sunday, October 13, 2013

.•♥•.॥हरि तुम हरो जन की भीर॥.•♥•.


◄███ .•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम् ॥.•♥•.███►
◄▓▓..•♥•.॥हरि तुम हरो जन की भीर॥.•♥•..▓▓▓►
◄███ .•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम् ॥.•♥•.███►
◄▓▓..•♥•.॥द्रोपदी की लाज राखी, तुम बढायो चीर॥.•♥•..▓▓▓►
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◄▓▓..•♥•.॥भक्त कारण रूप नरहरि, धरयो आप शरीर॥.•♥•..▓▓▓►
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◄▓▓..•♥•.॥हिरणकश्यपु मार दीन्हों, धरयो नाहिंन धीर॥.•♥•..▓▓▓►
◄███ .•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम् ॥.•♥•.███►
◄▓▓..•♥•.॥बूडते गजराज राखे, कियो बाहर नीर॥.•♥•..▓▓▓►
◄███ .•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम् ॥.•♥•.███►
◄▓▓..•♥•.॥दासि 'मीरा लाल गिरिधर, दु:ख जहाँ तहँ पीर॥.•♥•..▓▓▓►
◄███ .•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम् ॥.•♥•.███►