█۞ █.•♥•.बाल समय रबि भक्षि लियो तब तीनहुँ लोक भयो अँधियारो।
█۞ █.•♥•.ताहि सों त्रास भयो जग को यह संकट काहु सों जात न टारो।
█۞ █.•♥•.देवन आनि करी बिनती तब छाँड़ि दियो रबि कष्ट निवारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥१॥
█۞█.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞ █.•♥•.बालि की त्रास कपीस बसै गिरि जात महाप्रभु पंथ निहारो।
█۞ █.•♥•.चौंकि महा मुनि साप दियो तब चाहिय कौन बिचार बिचारो।
█۞ █.•♥•.कै द्विज रूप लिवाय महाप्रभु सो तुम दास के सोक निवारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥२॥
█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞ █.•♥•.अंगद के सँग लेन गये सिय खोज कपीस यह बैन उचारो।
█۞ █.•♥•.जीवत ना बचिहौ हम सो जु बिना सुधि लाए इहाँ पगु धारो।
█۞ █.•♥•.हेरि थके तट सिंधु सबै तब लाय सिया-सुधि प्रान उबारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥३॥
█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞ █.•♥•.रावन त्रास दई सिय को सब राक्षसि सों कहि सोक निवारो।
█۞ █.•♥•.ताहि समय हनुमान महाप्रभु जाय महा रजनीचर मारो।
█۞ █.•♥•.चाहत सीय असोक सों आगि सु दै प्रभु मुद्रिका सोक निवारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥४॥
█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞ █.•♥•.बान लग्यो उर लछिमन के तब प्रान तजे सुत रावन मारो।
█۞ █.•♥•.लै गृह बैद्य सुषेन समेत तबै गिरि द्रोन सु बीर उपारो।
█۞ █.•♥•.आनि सजीवन हाथ दई तब लछिमन के तुम प्रान उबारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥५॥
█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞ █.•♥•.रावन जुद्ध अजान कियो तब नाग कि फाँस सबै सिर डारो।
█۞ █.•♥•.श्रीरघुनाथ समेत सबै दल मोह भयो यह संकट भारो।
█۞ █.•♥•.आनि खगेस तबै हनुमान जु बंधन काटि सुत्रास निवारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥६॥
█۞█.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞ █.•♥•.बंधु समेत जबै अहिरावन लै रघुनाथ पताल सिधारो।
█۞ █.•♥•.देबिहिं पूजि भली बिधि सों बलि देउ सबै मिलि मंत्र बिचारो।
█۞ █.•♥•.जाय सहाय भयो तब ही अहिरावन सैन्य समेत सँहारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥७॥
█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞ █
█۞ █.•♥•.काज कियो बड़ देवन के तुम बीर महाप्रभु देखि बिचारो।
█۞ █.•♥•.कौन सो संकट मोर गरीब को जो तुमसों नहिं जात है टारो।
█۞ █.•♥•.बेगि हरो हनुमान महाप्रभु जो कुछ संकट होय हमारो।
█۞ █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥८॥
██████████████ █۞ █.•♥•.दोहा॥.•♥•.█۞ ██████
██████ █۞ █.•♥•.लाल देह लाली लसे अरू धरि लाल लँगूर॥.•♥•.█۞ █ ██████
█████ █۞ █.•♥•.बज्र देह दानव दलन जय जय जय कपि सूर॥.•♥•.█۞ █ ██████