Saturday, February 23, 2013

█.•♥•.श्री हनुमानाष्टक.•♥•.█


█۞  █.•♥•.बाल समय रबि भक्षि लियो तब तीनहुँ लोक भयो अँधियारो।

█۞  █.•♥•.ताहि सों त्रास भयो जग को यह संकट काहु सों जात न टारो।
█۞   █.•♥•.देवन आनि करी बिनती तब छाँड़ि दियो रबि कष्ट निवारो।
█۞   █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥१॥

█۞█.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█

█۞   █.•♥•.बालि की त्रास कपीस बसै गिरि जात महाप्रभु पंथ निहारो।
█۞  █.•♥•.चौंकि महा मुनि साप दियो तब चाहिय कौन बिचार बिचारो।
█۞   █.•♥•.कै द्विज रूप लिवाय महाप्रभु सो तुम दास के सोक निवारो।
█۞   █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥२॥

█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█


█۞   █.•♥•.अंगद के सँग लेन गये सिय खोज कपीस यह बैन उचारो।
█۞  █.•♥•.जीवत ना बचिहौ हम सो जु बिना सुधि लाए इहाँ पगु धारो।
█۞  █.•♥•.हेरि थके तट सिंधु सबै तब लाय सिया-सुधि प्रान उबारो।
█۞  █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥३॥

█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█

█۞  █.•♥•.रावन त्रास दई सिय को सब राक्षसि सों कहि सोक निवारो।
█۞   █.•♥•.ताहि समय हनुमान महाप्रभु जाय महा रजनीचर मारो।
█۞  █.•♥•.चाहत सीय असोक सों आगि सु दै प्रभु मुद्रिका सोक निवारो।
█۞  █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥४॥

█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█

█۞  █.•♥•.बान लग्यो उर लछिमन के तब प्रान तजे सुत रावन मारो।
█۞   █.•♥•.लै गृह बैद्य सुषेन समेत तबै गिरि द्रोन सु बीर उपारो।
█۞  █.•♥•.आनि सजीवन हाथ दई तब लछिमन के तुम प्रान उबारो।
█۞  █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥५॥

█۞ █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█

█۞   █.•♥•.रावन जुद्ध अजान कियो तब नाग कि फाँस सबै सिर डारो।
█۞  █.•♥•.श्रीरघुनाथ समेत सबै दल मोह भयो यह संकट भारो।
█۞  █.•♥•.आनि खगेस तबै हनुमान जु बंधन काटि सुत्रास निवारो।
█۞  █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥६॥

█۞█.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞█
█۞  █.•♥•.बंधु समेत जबै अहिरावन लै रघुनाथ पताल सिधारो।
█۞  █.•♥•.देबिहिं पूजि भली बिधि सों बलि देउ सबै मिलि मंत्र बिचारो।
█۞  █.•♥•.जाय सहाय भयो तब ही अहिरावन सैन्य समेत सँहारो।
█۞  █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥७॥

█۞  █.•♥•.जय सियाराम जय जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम॥.•♥•.█۞

█۞ █.•♥•.काज कियो बड़ देवन के तुम बीर महाप्रभु देखि बिचारो।
█۞  █.•♥•.कौन सो संकट मोर गरीब को जो तुमसों नहिं जात है टारो।
█۞  █.•♥•.बेगि हरो हनुमान महाप्रभु जो कुछ संकट होय हमारो।
█۞  █.•♥•.को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो॥८॥
██████████████ █۞  █.•♥•.दोहा॥.•♥•.█۞  ███████████████
██████ █۞  █.•♥•.लाल देह लाली लसे अरू धरि लाल लँगूर॥.•♥•.█۞  █ ██████
████ █۞  █.•♥•.बज्र देह दानव दलन जय जय जय कपि सूर॥.•♥•.█۞  █ █████