Tuesday, March 27, 2012

.•♥•..दीनानाथ दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ.•♥•.


╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬

..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.

..•♥•.⋰·║█दीनानाथ दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█अपनी करुणा बरसा दो प्रभु, मैं खाली झोली लाया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█हे दयानिधि, हे करुणासिंधु, निज भक्तन का प्रतिपाल है तू█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█तेरे द्वार से खाली क्यूँ जाऊं, अपने को अकेला क्यूँ पाऊं█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█कल तुझमे ही समा जाऊंगा, मैं आज जो तुझसे बिछड़ा हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█दीनानाथ, दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█अपनी करुणा बरसा दो प्रभु, मैं खाली झोली लाया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█मैं योग ना जानू, न जप जानूं, पूजा पाठ ना जानू न विधि जानू█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█मैं लोक न जानू न जग जानू, तुमको अपना सब कुछ मानू█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█मुझे अपने शरण में ले लो प्रभु, इस दुनिया का ठुकराया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
..•♥•.⋰·║█दीनानाथ दीनबंधु है तू, मैं तेरी शरण में आया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..•♥•.⋰·║█अपनी करुणा बरसा दो प्रभु, मैं खाली झोली लाया हूँ█║..⋰·.•♥•.
..●═◄▓•♥•.⋰·║█░.•♥•..श्री कृष्ण शरणम् ममः!!.•♥•.░░█║..⋰·.•♥•▓►═●.
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ╬♥═╬

Thursday, March 22, 2012

..•♥•.॥कृष्णप्रेममयी राधा॥.•♥•.


╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬ 

॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णप्रेममयी राधा राधाप्रेममयो हरिः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
श्रीराधारानी, भगवान श्रीकृष्ण में रमण करती हैं और भगवान श्रीकृष्ण, श्रीराधारानी में रमण करते हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
  ╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णस्य द्रविणं राधा राधायाः द्रविणं हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
भगवान श्रीकृष्ण की पूर्ण-सम्पदा श्रीराधारानी हैं और श्रीराधारानी का पूर्ण-धन श्रीकृष्ण हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णप्राणमयी राधा राधाप्राणमयो हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
भगवान श्रीकृष्ण के प्राण श्रीराधारानी के हृदय में बसते हैं और श्रीराधारानी के प्राण भगवान श्री कृष्ण के हृदय में बसते हैं ,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬



॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णद्रवामयी राधा राधाद्रवामयो हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
भगवान श्रीकृष्ण के नाम से श्रीराधारानी प्रसन्न होती हैं और श्रीराधारानी के नाम से भगवान श्रीकृष्ण आनन्दित होते है, इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्ण गेहे स्थिता राधा राधा गेहे स्थितो हरिः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
श्रीराधारानी भगवान श्रीकृष्ण के शरीर में रहती हैं और भगवान श्रीकृष्ण श्रीराधारानी के शरीर में रहते हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥कृष्णचित्तस्थिता राधा राधाचित्स्थितो हरिः।॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
श्रीराधारानी के मन में भगवान श्रीकृष्ण विराजते हैं और भगवान श्रीकृष्ण के मन में श्रीराधारानी विराजती हैं, इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥नीलाम्बरा धरा राधा पीताम्बरो धरो हरिः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
 श्रीराधारानी नीलवर्ण के वस्त्र धारण करती हैं और भगवान श्रीकृष्णपीतवर्ण के वस्त्र धारण करते हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


॥.•♥•..............•♥•.॥वृन्दावनेश्वरी राधा कृष्णो वृन्दावनेश्वरः॥.•♥•..............•♥•.॥
॥.•♥•..............•♥•.॥जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥.•♥•..............•♥•.॥
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
 श्रीराधारानी वृन्दावन की स्वामिनी हैं और भगवान श्रीकृष्ण वृन्दावन के स्वामी हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्रीराधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬


▬▬▬▬▬▬ ۞.•♥•▬▬.•♥•.श्री राधे..•♥•..▬▬.•♥•.۞.▬▬▬▬▬
▬▬▬▬▬▬ ۞.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.۞.▬▬▬▬▬▬

╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
(¯`•´¯).•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. (¯`•´¯)
.`•.,.• ..•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•....`•.,.•
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬
●══════◄.•♥•.श्री राधे !!.,•♥•,►══════●
(¯`•´¯).•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. (¯`•´¯)
.`•.,.• ..•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•....`•.,.•
╬♥═╬▬.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•. ▬▬═╬

Sunday, March 18, 2012

.•♥•.रोज़ रोज़ लिख के पातीमै तुझको भेजती हु श्याम..•♥•.

░◕░✿░.(¯`∨´¯)✿░
░░◕░░(¯`(❁)´¯)◕(¯`∨´¯✿░
✿░░◕░`(_.∧._)✿(¯`(❁)´¯)
╭♥╯╭♥╯.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯. 
....•♥•.═══.•♥•.लिखू तो क्या लिखू घनश्याम?....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.
.......क्या तुम नही जानते.....•♥•.═══.•♥•.(¯`∨´¯)✿░
.•♥•.═══.•♥•.क्या हैं तेरे भक्तो के दिल का हाल.•♥•.═══.•♥•.░(¯`(❁)´¯)◕
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.रोज़ रोज़ लिख के पाती....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.मै तुझको भेजती हु श्याम....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.कि तेरे भक्तो के दिल के रास्ते....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.पहुँच जाएगा मेरा पैगाम तेरे पास....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.फिर आके सुध लेगा तू हमारी ....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.देगा दर्शन तू घनश्याम....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.पर तू क्यों न देता हैं कोई जवाब....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.क्या मैं दिल से तुझे पुकार नही पायी....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.या हैं कोई और बात!....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.शायद मुझे ही तुझे बुलाना नही आता....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.तो इक विनती कर मेरी तू स्वीकार....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.आके मुझको तू सिखाजा....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
.•♥•.═══.•♥•.कि कैसे बुलाते हैं तुझको....•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══.•♥•.यह आकर मुझको बतला जा.......•♥•.═══.•♥•.
.•♥•.═══════.•♥•.॥श्री कृष्णः शरणम् मम्: ॥.•♥•.═══════.•♥•. 
░◕░✿░.(¯`∨´¯)✿░
░░◕░░(¯`(❁)´¯)◕(¯`∨´¯✿░
✿░░◕░`(_.∧._)✿(¯`(❁)´¯)
╭♥╯╭♥╯.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯.
✿░░◕░`(_.∧._)✿░(_.∧._)
╭♥╯╭♥╯.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯
.░◕░✿░.(¯`∨´¯)✿░◕(¯`∨´¯✿░
♥╯╭♥.•♥•, श्री कृष्ण शरणम् मम : .•♥•.╭♥╯╭♥╯
✿░░◕░`(_.∧._)✿(░◕░◕¯`(❁)´¯)
♥╯╭♥╯╭♥╯.•♥•.श्री राधे !!.•♥•, ╭♥╯╭♥╯╭♥╯