Wednesday, October 6, 2010

टेढ़े सुंदर नैन






!!!! टेढ़े सुंदर नैन टेढ़े मुख कहे वेंन टेढो ही मुकुट बात टेढ़ी कछु कह गयो टेढ़े घुघराले बाल टेढ़ी गल फूल माल टेढ़े ही गुलाक मेरे चित में बसे गयो टेढ़े पग ऊपर नुपुर झुनकर करे टेढ़ी बांसुरी सुनाये चित चुर्र गयो ऐसे टेढ़े टेढ़े को ध्यान धारे मायाराम लट पटी बाग़ सो लपेट मन ले गयो !!!!
       

                     
मोहब्बत का इरादा अब बदल जाना भी मुश्किल है,
" तुझे खोना भी मुश्किल है, तुझे पाना भी मुश्किल है.
जरा सी बात पर आंखें भिगो के बैठ जाते हो,
तुझे अब अपने दिल का हाल बताना भी मुश्किल है,
उदासी तेरे चहरे पे गवारा भी नहीं लेकिन,
तेरी खातिर सितारेतोड़ कर लाना भी मुश्किल है,
यहाँ लोगों ने खुद पे परदे इतने डाल रखे हैं,
किस के दिल में क्या है नज़र आना भी मुश्किल है,
तुझे ज़िन्दगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली,
पर एक पल के लिए तुझे भुलाना भी मुश्किल है"!!!!


 
!!!! श्री राधे !!!!

1 comment:

  1. Tu pass hy mere. dur b bhut hy, tere e mohan kareeb aana b mushkil hy.




    but acha likha hy........

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