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श्री रघुवर सुंदरजी की आरती
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अवधपति रघुवर सुंदर की..
जगत में लीला विस्तारी कमल दल लोचन हितकारी..
मुख पर अलके घुंघराली, मुकुट छवि लगती है प्यारी..
मृदुल जब मुख मुस्काते है , छीन कर मन ले जाते है..
नवल रघुवीर.. हरे मन पीर.. बड़े है वीर..
जयति जय करुणा सागर की..
अवधपति रघुवर सुंदर की..
आरती करिये सियावर की..
गले में हीरो का है हार, पीतपट ओढत राज दुलार..
गगन की चितवन पर बलिहार किया है हमने तन मन वार..
चरण है कोमल कमल विशाल.. छबीले दशरथ के है लाल..
सलोने श्याम.. नयन अभिराम.. पूर्ण सब काम..
सरितु है सकल चराचर की..
अवधपति रघुवर सुंदर की..
आरती करिये सियावर की..
अहिल्या गौतम की दारा, नाथ ने क्षण में निस्तारा..
जटायु शबरी को तारा, नाथ केवट को उद्धारा..
शरण में कपि भुशुण्डी आये.. विभीषण अभय दान पाये..
मान मद त्याग.. मोह से भाग.. किया अनुराग..
कृपा है रघुवर जलधर की..
अवधपति रघुवर सुंदर की..
आरती करिये सियावर की..
अधम जब खल बढ़ जाते है, नाथ तब जग में आते हैं..
विविध लीला दर्शाते है , धर्म की लाज बचाते हैं..
बसों नयनो में श्री रघुनाथ.. मातुश्री जनकनंदिनी साथ..
मनुज अवतार लिए हरबार.. प्रेम विस्तार..
विनय है लक्ष्मण अनुचर की..
अवधपति रघुवर सुंदर की..
आरती करिये सियावर की..
अवधपति रघुवर सुंदर की...
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♥ ♥ श्री राम जय राम जय जय राम♥ ♥
बहुत बढ़िया लिखा आप ने ,इसे ही अलख जगाते रहिये.........................................................http://jaishariram-man.blogspot.com/2011/04/blog-post_23.html
ReplyDeleteअति सुन्दर
ReplyDeleteहिन्दुत्व की रक्षा के लिये और हिँदुओ पर किये जा रहे अत्याचार को सामने लाने के लिये बनाये गये विश्व का पहला हिन्दुओ का साझा ब्लाग पर पधारे जिसका पता है.
vishvguru.blogspot.com
bahut sunder.......jai ho!!! shri ram jai ram jai jai ram.........
ReplyDeleteराधे राधे हम चाहते हैं की आप हल्ला बोल की लेखक बन कर हमारा सहयोग करे.
ReplyDeleteतड़पना है तो कान्हा के लिए तड़पो,
ReplyDeleteकान्हा के दर्शन के लिए तड़पो .
जो जीवन की अकेली सचाई है ....
श्री कृष्ण शरणं मम:
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अब प्रभु कृपा करहु एहि भाँति। सब तजि भजनु करौं दिन राती!!